आज चारों तरफ कंप्यूटर की चर्चा है। यह आधुनिक विज्ञान की सबसे बड़ी देन है। विज्ञान का प्रसार जिन-जिन क्षेत्रों में होता जा रहा है, उन-उन क्षेत्रों में कंप्यूटर की उपयोगिता, उसकी लोकप्रियता व आवश्यकता निरंतर बढ़ती जा रही है । कंप्यूटर जीवन के हर क्षेत्र में पहुँच गया है। उसके प्रभाव का इतना असर है कि कोई भी व्यक्ति चाहे वह उच्च वर्ग का हो या साधारण वर्ग का, कंप्यूटर सीखने की इच्छा रखता है। इस कारण देश के छोटे-बड़े शहरों में हर स्तर पर कंप्यूटर-प्रशिक्षण संस्थान खुल गए हैं। सरकारें भी कॉलेज स्तर पर कंप्यूटर शिक्षा को अनिवार्य बना रही हैं।
कंप्यूटर क्या है ? वस्तुत: कंप्यूटर ऐसे यांत्रिक मस्तिष्कों का रूपात्मक और समन्वयात्मक योग है, जो तेज़ कम-से-कम समय में अधिक-से-अधिक काम कर सकता है। गणना करने में इसका कोई सानी नहीं है। इसी कारण बही- खातों में इसका प्रयोग अत्यधिक हो रहा है। कंप्यूटर मनुष्य का ऐसा आज्ञाकारी सेवक है कि मनुष्य इसे जितना और जैसा काम करने को कहता है, वह उसे उतना और वैसा ही करता है। आज हर जगह कंप्यूटर की उपयोगिता है। रेलवे स्टेशन, बस अड्डों, हवाई अड्डों, कारखानों से लेकर शिक्षण संस्थाओं व अस्पतालों तक में कंप्यूटर ने अपनी जगह बना ली है। बैंकों के खातों के संचालन से लेकर पुस्तकों, पत्रिकाओं तथा समाचार-पत्रों के प्रकाशन में इसकी विशेष भूमिका बन गई है। प्रकाशन के क्षेत्र में कंप्यूटर ने क्रांति ला दी है। पुस्तकों की डिज़ाइनिंग, रंग व आकार योजना, आकर्षक मुद्रण आदि सब इसकी देन है।
संचार के क्षेत्र में कंप्यूटर का एकछत्र राज्य है। टेलीफ़ोन, मोबाइल सेवा आदि कंप्यूटर के बिना संभव नहीं हैं। इंटरनेट ने 'विश्व-ग्राम' की अवधारणा को सच किया है। यह भी कंप्यूटर की बदौलत ही है। आज घर बैठे ही विश्व के किसी भी कोने में बैठे व्यक्ति से बात करना या संदेश भेजना इसके कारण ही संभव हुआ है। अंतरिक्ष से चित्र लेने तथा उनका विश्लेषण करने का काम भी कंप्यूटर ही करता है। मौसम संबंधी घोषणाएँ कंप्यूटर की गणनाओं पर आधारित होती हैं । यहाँ तक कि ज्योतिष विद्या भी कंप्यूटर आधारित हो गई है। फाइलिंग की समस्या दफ्तरों के लिए सदैव सिरदर्द रही है, परंतु कंप्यूटर ने इस सिरदर्द को दूर कर दिया है। अब एक छोटे से यंत्र में हजारों फाइलें लंबे समय तक सुरक्षित रखी जा सकती हैं । इन फाइलों से कोई किसी महत्वपूर्ण सूचना को मिटा नहीं सकता। इस सुविधा से दफ्तरों में अधिक जगह की ज़रूरत नहीं होती।
मेडिकल क्षेत्र में कंप्यूटर जीवन-रक्षक कवच बनकर अवतरित हुआ है। यह विभिन्न तरह के टेस्टों का विश्लेषण करके तुरंत मरीज की स्थिति बता देता है। शरीर में क्या-क्या रासायनिक परिवर्तन हुए हैं, स्नायुओं की गतिविधि कैसी है आदि सभी कार्य कंप्यूटर 1. सहजता व सटीकता से करता है। शल्य-चिकित्सा में कंप्यूटर अहम् भूमिका निभाता है। हृदय की बाइपास सर्जरी, कैंसर का इलाज, आँखों के ऑपरेशन आदि सभी में जीवनरक्षक उपकरण कंप्यूटर की सहायता से चलते हैं।
आधुनिक विज्ञान की देन है-रोबोट। यह श्रमसाध्य कार्य जटिल परिस्थितियों में करता है; जैसे-वेल्डिंग, पेंटिंग, आयरन गलाना, परमाणु भट्टी के पास काम करना, भारी सामान उठाना, कचरा साफ़ करना आदि। यह सब कार्य रोबोट के मस्तिष्क में लगा छोटा-सा कंप्यूटर करता है। युद्ध में जासूसी करना, सही निशाने पर बम या मिसाइल फेंकना आदि कार्य भी कंप्यूटर आसानी से कर लेता है। भवन-निर्माण, क्षेत्र-विकास, परिसर-नियोजन आदि के लिए शिल्पकार को अधिक समय लगता है। कंप्यूटर का डिजाइनिंग प्रोग्राम क्षेत्र की लंबाई, चौड़ाई और आँकड़ों के अनुसार कुछ ही घंटों में नक्शा तैयार कर देता है। नए डिज़ाइन बनाने में तो यह कलाकार की भूमिका निभाता है।
कंप्यूटर के इतने फायदे देखकर कहा जा सकता है कि कंप्यूटर आज के युग की अनिवार्यता है। इसके बिना आधुनिक जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। इसके बावजूद यह एक मशीन है। इसका सदुपयोग या दुरुपयोग मानव की प्रवृत्ति पर निर्भर करता है। इससे भी बढ़कर, यह मानव मस्तिष्क का पर्याय नहीं बन सकता, क्योंकि इसे मानव ने ही बनाया है।
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